भोजपुर में सर्द पछिया हवा ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने घने कोहरे और कोल्ड डे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आरा शहर समेत पूरे जिले में सुबह से ही घने कोहरे की मोटी चादर छाई हुई है। हालात ऐसे हैं कि विजिबिलिटी शून्य से 10 मीटर के बीच सिमट गई है। सड़कों पर चल रहे वाहन रेंगते नजर आए। मौसम विभाग के अनुसार, रात और सुबह के तापमान में लगभग कोई अंतर नहीं रह गया है। जिले में शनिवार की सुबह न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जिससे लोगों को शिमला और मनाली जैसी ठंड का एहसास हो रहा है। कोहरे की वजह से नेशनल हाईवे समेत शहर की मुख्य सड़कों पर आवाजाही में भारी परेशानी देखी गई। ठंड के कारण सुबह-सुबह सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। कड़ाके की ठंड का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ रहा है। ठंड बढ़ने से सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में ठंड से जुड़ी बीमारियों के मरीज पहुंच रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 48 घंटे तक बिहार में इसी तरह की स्थिति बनी रह सकती है। पछिया हवा के चलते तापमान में और गिरावट की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अत्यंत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें और ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें। घने कोहरे और बढ़ती ठंड ने फिलहाल भोजपुर समेत पूरे बिहार को पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कड़ाके की ठंड का असर, कक्षा 1 से 8 तक के विद्यालय बंद भोजपुर जिले में लगातार गिरते तापमान और बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर की आशंका के मद्देनज़र जिला दंडाधिकारी तनय सुल्तानिया ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों, नर्सरी, प्री-स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई 27 से 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह बंद रहेगी। 9वीं से ऊपर की कक्षाओं का संचालन सुबह 10 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक ही किया जाएगा। प्री-बोर्ड और बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी विशेष कक्षाओं को आदेश से मुक्त रखा गया है। प्रशासन ने आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं और उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।