पंजाब के सेहत मंत्री डॉ बलवीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की पूर्व महिला नेता श्वेता जिंदल को पटियाला जिला प्रशासन ने पद से नवाजा है। उन्हें जिला प्लानिंग बोर्ड का सदस्य लगाया गया है। लेटर के अनुसार 6 अक्टूबर को यह आदेश पंजाब सरकार के आर्थिक नीति एवं योजना बोर्ड की तरफ से जारी किए गए हैं। जिसमें तेजिंदर मेहता को चेयरमैन, श्वेता जिंदल समेत संजीव गुप्ता, अमरदीप सिंह और मोनिका शर्मा को सदस्य मनोनीत किया गया है। इस पर श्वेता जिंदल का कहना है कि उन्हें खरीदने का प्रयास हो रहा है। मगर वह अब पीछे हटने वाली नहीं हैं। वह यह पद भी नहीं लेंगीं। श्वेता ने मंत्री पर कार्यालय में बुलाकर गलत टच करने का आरोप लगाया था। इसके बाद कोर्ट गई थीं। श्वेता काे सदस्य लगाने का जारी लेटर… पार्टी से 30 सितंबर को निष्कासित की गईं थीं श्वेता
श्वेता जिंदल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 30 सितंबर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। पार्टी के प्रदेश महासचिव हरचंद सिंह की तरफ से लेटर जारी किया गया था। लेटर में लिखा- उचित विचार-विमर्श के बाद, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि आपने एक दुकानदार को धमकाने और डराने के लिए अपने पार्टी पद का दुरुपयोग किया। आपने उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर अनुचित प्रभाव डाला। आपने अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए वरिष्ठ पार्टी नेताओं से हस्तक्षेप करने की मांग की, जबकि उन्हें ऐसा करने से बचने की स्पष्ट सलाह दी गई थी। श्वेता जिंदल को पार्टी से निकालने का लेटर… सेहत मंत्री बलवीर सिंह पर लगाए 5 आरोप… कोर्ट ने नोटिस जारी कर मंत्री से मांगा जवाब
श्वेता ने पटियाला कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसके बाद जज दमनदीप कौर की अदालत ने सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, उनके बेटे राहुल सैनी, पार्षद जसबीर गांधी, पार्षद गुर कृपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह और आम आदमी पार्टी के प्रदेश महासचिव को नोटिस जारी किया है। श्वेता की वकील एडवोकेट नवदीप वर्मा ने बताया कि कोर्ट ने सभी को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। सेहत मंत्री ने सभी आरोपों से नाकारा था
सेहत मंत्री बलवीर सिंह ने मीडिया के समक्ष इन सभी आरोपों को नकारा था। उन्होंने कहा कि महिला राजनीतिक रंजिश के चलते उन्हें बदनाम कर रही है। वह महिला से डेढ़ साल से नहीं मिले हैं। उन्हें अदालत पर भरोसा है। वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।