काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में महिला महाविद्यालय की एक छात्रा की हार्ट अटैक से मौत हो गई। छात्राओं का आरोप है कि इलाज मुहैया कराने में लेट किया गया। बड़ी संख्या में छात्राएं सड़क पर उतर गईं। विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। छात्राओं ने महिला महाविद्यालय का मुख्य गेट के सामने रास्ता बंद कर दिया। जब छात्राओं को समझाने के लिए प्रोफेसर और स्टाफ पहुंचे, तो प्रबंधन के साथ छात्राओं की धक्का-मुक्की हुई। महिला महाविद्यालय से बाहर जा रहे कर्मचारियों को छात्राओं ने रोका। शेम-शेम का नारा लगाया। फिर सभी छात्राएं धरने पर बैठ गईं। उनका कहना है कि प्रोफेसरों ने एंबुलेंस का इंतजार किया, जो देर से आई। अगर प्रोफेसर अपनी गाड़ी से छात्रा को अस्पताल पहुंचाते तो वह बच सकती थी। छात्राओं ने जांच की मांग की है। बीएचयू के कुछ स्टूडेंट ने रास्ता बाधित कर दिया था। देर शाम पुलिस ने सभी छात्रों को समझा कर खाली कराया है। इस दौरान कुछ छात्रों से बहस भी हुई। 3 तस्वीरें देखिए… चलते-चलते जमीन पर गिरी छात्रा, अस्पताल में मौत
बीएचयू महिला महाविद्यालय के स्वस्तिकुंज छात्रावास के कमरा नंबर 66 में प्राची सिंह रहती थीं। वह एआइएचसी BA 2nd ईयर की छात्रा थीं। गुरुवार सुबह प्राची क्लास करने जा रही थीं। बॉटनी विभाग के पास वह चलते-चलते बेहोश होकर गिर गईं। यह देख उनके साथियों में हड़कंप मच गया। एंबुलेंस ये प्राची को सर सुंदरलाल चिकित्सालय के आपात चिकित्सा कक्ष में लाया गया। यहां इलाज के दौरान सुबह करीब 9:30 बजे प्राची की मौत हो गई। पुलिस की सूचना पर परिजन पहुंच गए। वहीं शव को पुलिस ने मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। इधर प्राची की मौत की खबर मिलने पर महाविद्यालय की छात्राओं ने विरोध शुरू कर दिया। छात्राओं का आरोप है कि प्राची का इलाज सही समय पर नहीं हुआ। जब उसकी तबीयत खराब हुई तो मौके पर एंबुलेंस के पहुंचने में आधे घंटे का वक्त लगा। वहां मौजूद प्रोफेसर अपने गाड़ी से उसे अस्पताल नहीं ले गए। छात्राएं बोलीं- प्रोफेसर अपनी कार से लेकर नहीं गए
अगर प्रोफेसर सही समय पर अपनी गाड़ी से उसे अस्पताल पहुंचाते तो उसकी जान बच सकती थी। धरने पर बैठी छात्राओं का कहना है कि अब इस पूरे मामले की जांच हो। छात्राओं का हंगामा देखकर मौके पर पुलिस और प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम पहुंच गई। वहीं डीन स्टूडेंट ए के नेमा ने कहा- छात्रा की तबीयत जैसे ही खराब हुई। उसे 10 मिनट में अस्पताल ले जाया गया। उसको कार्डियक अरेस्ट आया था। अस्पताल में उसे सीपीआर भी दिया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अभी कुछ स्टूडेंट धरना दे रही हैं। उन्हें समझाया जा रहा है। छात्राओं को समझाने के महाविद्यालय की प्राचार्या रीता सिंह धरना स्थल पर पहुंची। वहां छात्राओं से बात की। उन्हें समझाने की कोशिश की। मगर छात्राएं नहीं मानी। छात्राओं ने कहा- मेडिकल सुविधाएं ठीक की जाएं। एंबुलेंस को आने में 30 मिनट से अधिक समय लगा। इस कारण से हमारी साथी की जान चली गई। प्राचार्य बोलीं- सीसीटीवी में छात्रा गिरती हुई नजर आ रही
महिला महाविद्यालय की प्राचार्या रीता सिंह ने कहा- छात्रा क्लास करने जा रही थी। क्लास के गलियारे में वह चक्कर खाकर गिर गई। मैंने सीसीटीवी देखा, उसमें दिख रहा है, दो-तीन मिनट तक उसके पास कोई नहीं पहुंचा। फिर कुछ देर बाद छात्राएं पहुंची। उन्होंने रेड बटन दबाया। फिर उसे उठाकर बाहर की ओर भागीं। 15 मिनट में सभी लोग वहां पहुंच गए। एम्बुलेंस भी आ गई। हम सभी छात्रा को लेकर अस्पताल गए। मगर उसकी जान नहीं बच सकी। उन्होंने कहा कि छात्राओं की डिमांड है कि कैंपस में 8 बजे से दो स्टाफ नियुक्त किए जाएं। डॉक्टर और नर्स MMV में बैठाए जाएं। उनकी सभी मांग को हम पूरा करेंगे। ……………………… ये खबर भी पढ़िए- मायावती बोलीं- सपा दोगली पार्टी, योगी की तारीफ की:आजम खान की जॉइनिंग की अटकलों पर कहा- मैं किसी से छिपकर नहीं मिलती बसपा सुप्रीमो मायावती ने 9 साल बाद लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन किया। वह पुराने तेवर में नजर आईं। भतीजे आकाश के साथ मंच पर पहुंचीं और हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया। उन्होंने मंच से सीएम योगी की तारीफ की और सपा को दोगला बताया। इस पर अखिलेश यादव पलटवार किया। X पर लिखा- क्योंकि उनकी अंदरूनी साठ-गांठ जारी है, इसीलिए वो जुल्म करने वालों की आभारी हैं। ये खबर भी पढ़ें…