लखनऊ में अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लगाया है कि वह झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलते हैं। साथ ही बिना नाम लिए कहा कि ये उत्तराखंड से आए, इन्हें वहीं भेज दिया जाए। घुसपैठिए हैं ये। ये विचारधारा से भी घुसपैठिए हैं। ये बीजेपी के सदस्य नहीं थे, ये घुसपैठिए के सदस्य थे। कोई बताएगा कि ये किस पार्टी के सदस्य थे? इन घुसपैठियों को कब हटाओगे? अफगानी विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की प्रेसवार्ता में महिला पत्रकार की एंट्री बैन होने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा- इस पर हम कुछ नहीं बोलेंगे। यह भारत सरकार का मसला है। विदेश नीति का मसला है। हमारे मुख्यमंत्री तो कुछ भी बोल देते हैं। वह नासमझ हैं, उन्हें कुछ पता ही नहीं है। इसके बाद अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं के फोन पर विधानसभा में सीएम योगी का कोई बयान प्ले कर सुनाया। अखिलेश यादव रविवार को लोहिया पार्क में डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद प्रेसवार्ता की। अखिलेश यादव की 7 बड़ी बातें… 1. दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार : अखिलेश यादव ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा- मौजूदा सरकार में दलितों पर अत्याचार के मामले सबसे अधिक हैं। हाल ही में वाल्मीकि समाज के बेटे की हत्या कर दी गई, लेकिन सरकार चुप है। भाजपा के जीरो टॉलरेंस के दावे झूठे हैं। असल में यह जीरो काम वाली सरकार है। कानून-व्यवस्था संभालने वाली पुलिस को सत्तारूढ़ दल के नेताओं के राजनीतिक हित साधने में लगा दिया गया है। झूठे मुकदमे, मनमर्जी की कार्रवाई और निर्दोषों पर दबाव यही इस सरकार का कामकाज बन गया है। 2. भ्रष्टाचार ने सभी सीमाएं लांघीं : यूपी में भ्रष्टाचार हर विभाग में गहराई तक फैला है। मुख्यमंत्री सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलते हैं। नौ साल की सरकार में शिक्षा से लेकर विकास तक हर क्षेत्र में लूट और बेईमानी है। एक लेखपाल के पास 100 करोड़ की संपत्ति होना इस सरकार की असल तस्वीर दिखाता है। हजारों शिकायतें थानों में पहुंचती हैं लेकिन FIR नहीं लिखी जाती। 3. लखनऊ से कानपुर की दूरी नहीं घटी : यह वही सरकार है जो कहती थी कि कानपुर से लखनऊ 45 मिनट में पहुंच जाएंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है। अधिकारी और अफसर बचाए जा रहे हैं, जनता के मुद्दे अनसुने हैं। 4. JPNIC को हम बिकने नहीं देंगे : अखिलेश यादव ने JPNIC से जुड़ी सरकारी नीति पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा- सरकार जेपी निक को बेचने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। यह सरकार विकास कार्यों को खत्म करने और बर्बाद करने में लगी है। नेताजी के समय जो पार्क बना था, तब एक भी पेड़ नहीं काटा गया- यही समाजवादी सोच है। सरकार जातिवाद के आधार पर अधिकारियों की तैनाती कर रही है। कई जिलों में पीडीए का अधिकारी तक नहीं है। सरकार सिर्फ अपनी जाति के लोगों को जिम्मेदारी दे रही है ताकि जमीन पर मनमर्जी की जा सके। 5. सरकार आरक्षण छीन रही है : हीरो के साथ साइड हीरो होता है और विलेन के साथ साइड विलेन यह सरकार खुद सामने नहीं आती। यह आरक्षण छीन रही है, बाजार को विदेशी कंपनियों के हवाले कर रही है, और मुंह से स्वदेशी की बात करती है लेकिन मन से विदेशी है। पूरा इलेक्ट्रॉनिक बाजार चीन के हाथ में जा चुका है, फिर भी भाजपा ‘स्वदेशी’ का नारा देती है। व्यापारियों से मुनाफा कमाने दो, फिर उन्हीं से चंदा लो यही भाजपा का नया राष्ट्रवाद है। 6. पीडीए समाज के लोग जाग चुके हैं : यूपी में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि एक आईपीएस अधिकारी की जान चली गई, सुप्रीम कोर्ट में जूता फेंका गया, कथावाचकों के बाल काटे गए, वाल्मीकि समाज के लड़के को पीट-पीटकर मार दिया गया और सरकार सिर्फ पॉलिटिकल शो करती रही है। जनता सब देख रही है और अब समय आ गया है कि जवाब दिया जाए। पिछड़े, दलित और गरीब समाज के लोग जाग चुके हैं। हम लोहियाजी की विचारधारा से प्रेरित होकर हर गांव और मोहल्ले तक जाएंगे, बराबरी और सम्मान का समाज बनाएंगे। 7. जनता बनाएगी समाजवादी सरकार : डॉ. लोहिया का सपना था समाज में समानता और न्याय। हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में जनता भाजपा की नाइंसाफी का जवाब समाजवादी सरकार बनाकर देगी। आज हम सब लोग डॉ. राम मनोहर लोहिया को नमन करते हैं। नाइंसाफी और गैर बराबरी के खिलाफ डॉ. लोहिया ने जीवनभर संघर्ष किया। हम संकल्प लेते हैं कि डॉ. लोहिया के सप्त क्रांति के आंदोलन को जन-जन तक पहुंचा कर PDA समाज को आर्थिक और सामाजिक सम्मान दिलाने का काम करेंगे। —————- ये भी पढ़िए… रविकिशन के फिल्मफेयर में आंसू छलके, VIDEO : बोले- 33 साल से इंतजार था, जिंदा रखने के लिए धन्यवाद महादेव गोरखपुर सांसद रवि किशन को फिल्म लापता लेडीज के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला है। शनिवार को जैसे ही फिल्मफेयर अवॉर्ड सेरेमनी में उनका नाम अनाउंस हुआ। उन्होंने झुककर लोगों को अभिवादन किया और मंच को प्रणाम किया। अवॉर्ड मिलने पर वह भावुक हो गए। अपनी फिल्म लाइन में अपनी जर्नी बताते-बताते उनकी आंखों से आंसू छलक गए। (पूरी खबर पढ़िए)