पूर्व केंद्रीय मंत्री एव सिरसा की कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा आज शनिवार को हरियाणा के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार के परिजनों से मिलने के लिए चंडीगढ जाएगी। सांसद कुमारी सैलजा ने मीडिया काे जारी बयान में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में जवाब देना होगा। आखिर ऐसा क्यों हुआ, क्यों बार-बार चेतावनी देने के बावजूद किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। यह सरकार खुद कटघरे में खड़ी है और इसे देश के सामने जवाब देना ही होगा। सिस्टम ने उनकी पीड़ा पर ध्यान नहीं दिया सांसद कुमारी सैलजा ने बयान में कहा है कि यह कोई एक दिन की बात नहीं है, जिन अफसर के नाम इस पत्र में लिए गए हैं। यह वही बातें हैं, जो वह पहले भी बार-बार उठाते रहे, लेकिन अफसोस की बात है कि न सरकार ने और न पूरे सिस्टम ने उनकी पीड़ा पर ध्यान दिया। उन्हें ही बार-बार प्रताड़ित किया गया, उनके खिलाफ कार्रवाई होती रही। हद तक मानसिक रूप से तोड़ दिया आप सोचिए, एक सीनियर अफसर, जिसने पूरी ईमानदारी से अपनी सेवा दी। उसे इस हद तक मानसिक रूप से तोड़ दिया गया कि उसे लगा कि अब कोई रास्ता नहीं बचा। यह केवल एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं है, यह पूरे तंत्र की संवेदनहीनता का उदाहरण है। उनके परिवार पर जो बीती है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उनकी पत्नी अमनीत, जो खुद एक सीनियर आईएएस अधिकारी हैं, उनके बच्चे, पूरा परिवार आज सदमे में हैं। आम आदमी की आवाज का कोई मूल्य नहीं सांसद सैलजा ने कहा कि पीड़ित परिवार ने एफआईआर भी दर्ज कराई है। सवाल यह है कि क्या इस देश में एक सीनियर ब्यूरोक्रेट और एक आम नागरिक की आवाज का कोई मूल्य नहीं रह गया। क्या किसी अधिकारी को इंसाफ मांगने के बदले प्रताड़ना ही मिलेगी। यह बेहद शर्मनाक है कि कार्रवाई तब हुई जब परिवार ने अंतिम संस्कार से इनकार किया। भाजपा सरकार को इस पर जवाब देना होगा। आखिर ऐसा क्यों हुआ, क्यों बार-बार चेतावनी देने के बावजूद किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। यह सरकार खुद कटघरे में खड़ी है और इसे देश के सामने जवाब देना ही होगा।