महेंद्रगढ़ में कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से बीपीएल परिवार की फैमिली आईडी में जेजेपी जिलाध्यक्ष की इनोवा कार दर्ज कर दी गई। जिससे उनका राशन बंद हो गया। पीड़ित परिवार ने कहा कि हमारे पास साइकिल तो है नहीं, गाड़ी कहां से आएगी। उन्होंने फैमिली आईडी में सुधार की मांग की है। सिसोठ गांव के रहने वाले राजेश देवी और उनके पति वीरेंद्र ने बताया कि उसके नाम से बीपीएल कार्ड बना हुआ है। वह हर महीने डिपो से राशन लेकर आती थी। लेकिन अब की बार उसे राशन नहीं मिला। राशन डीपो संचालक ने कहा कि आपका बीपीएल राशन कार्ड कट गया है। डिपो होल्डर ने कहा कि आप सीएससी सेंटर पर जाकर पता कर लीजिए कि आपका राशन कार्ड क्यों कटा है। जब वह सीएससी सेंटर पर गई, तब उसे पता चला की उसके नाम पर कोर्ट में एक इनोवा कार दर्ज की गई है। फिर वह कोर्ट में गई और एक एफिडेविट बनवाकर लाईं। पीड़ित महिला व उसके पति ने शपथ पत्र देकर हरियाणा परिवार पहचान पत्र में दर्ज गलत जानकारी को सुधारने की मांग की। जिसमें उन्होंने लिखा कि उसके परिवार की वार्षिक आय 25 हजार से लेकर 50 हजार रुपए के बीच है। कोई भी सदस्य सरकारी सर्विस में नहीं है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि उन्हें फिर से बीपीएल श्रेणी में शामिल किया जाए। तकनीकी गलतियों के कारण योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। साइकिल तो है नहीं, गाड़ी कहां से आएगी- राजेश देवी राजेश देवी ने कहा कि हमारे पास साइकिल तो है नहीं, गाड़ी कहां से आएगी। दो कमरों के मकान में अपना गुर्जर बसर कर रहे हैं। उसके दो बच्चे हैं, जो पढ़ाई कर रहे हैं। वह घर का कार्य करती हैं। उसका पति मजदूरी का काम करता है। उसने प्रशासन से गुहार लगाई की उसका बीपीएल राशन कार्ड जल्द बनवाया जाए, जिससे उनको कोई समस्या न हो। जेजेपी जिलाध्यक्ष बोले- गाड़ी हमारी है उन्होंने कहा कि जांच करने पर पता चला कि यह गाड़ी जेजेपी जिलाध्यक्ष राजकुमार खातोद के पास है। जिसके बाद महिला जेजेपी जिलाध्यक्ष के पास पहुंची और कहा कि यह कार आपकी है और आपके नाम पर है। उधर, जेजेपी जिलाध्यक्ष राजकुमार खातोद ने बताया कि सोमवार को उनके पास गांव सिसोठ की एक महिला राजेश देवी आई थी, वह गरीब परिवार से है। उसने बताया कि उसका बीपीएल कार्ड बना हुआ था। वह काट दिया गया। 34 L 9042 नाम की गाडी उसके सरकारी डाक्यूमेंट्स में उसके नाम से दर्ज की गई। राजकुमार ने कहा महिला के राशन कार्ट में दर्ज गाड़ी उन्हीं की है। उन्होंने कहा वह हरियाणा सरकार को फैलियर कहते हैं। क्योंकि एक गरीब महिला का हर महीने जो राशन मिलता था। वह बंद हो गया है। इसमें महिला का क्या दोष है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि गरीब महिला को न्याय दिलवाया जाए। इस गाड़ी का उस महिला से कोई लेना-देना नहीं है। महिला इसको लेकर काफी परेशान है। वह इसी विषय को लेकर एडीसी से भी मिलेंगे। महिला का बीपीएल कार्ड जल्द से जल्द बनवाया जाए।