पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल ने सोमवार को मोहाली में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुआई खुद पार्टी प्रधान एवं पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने की। बारिश के बीच उन्होंने आम आदमी पार्टी को लैंड पूलिंग के मुद्दे पर जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि दिल्ली वाले चाहे जितना मर्जी जोर लगा ले, लेकिन हम पंजाब की एक इंच जमीन भी एक्वायर नहीं होने देंगे। इसके लिए लंबी लड़ाई लडे़ंगे। पिछले 10 सालों में पंजाब का काफी नुकसान हुआ है। पहले 5 साल में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ नहीं किया, अब ये लोग भी कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अफसरों को को नसीहत दी कि यह तो चुनाव के बाद दिल्ली चले जाएंगे, लेकिन अफसरों को यहीं रहना है। कुछ अफसर मुख्य सचिव और कमिश्नर बनने की चाह में अपनी भूमिका भूल गए हैं। हम सबकी जांच करवाएंगे।” वहीं, उन्होंने कहा कि आज जो पुलिस वाले दिल्ली वालों को सैल्यूट करते हैं, डेढ़ साल के बाद अकालियों को करेंगे। मैने जो भी वादा किया उसे पूरा किया- बादल सुखबीर ने कहा कि मैंने जो भी वादा आजतक किया है वह पूरा किया है। चाहे सड़कें हो या बिजली सरप्लस या पानी में बसे चलाने की बात हो। आखिर में उन्होंने अकाली दल के नेताओं वर्करों को कहा कि यह पार्टी मेरी जागीर नहीं है। आपके बुजुर्ग के संघर्ष से बनी है। ऐसे में इसलिए इसकी बेहतरी के लिए एकजुट पर काम करेंगे। वह अकाली दल के मोहाली प्रधान परविंदर सिंह सोहाना के कहने उन्होंने आखिर में पुआधी भाषा में एकजुट होने का संदेश लोगों को दिया। सुखबीर बादल ने अपनी स्पीच में यह प्वाइंट उठाए हैं – 1. 30 हजार करोड़ इकट्ठा करने में लगे सुखबीर बादल ने कहा कि “दिल्ली से जो ठग आए हैं, मेरी आवाज सुन लें। चाहे जितनी मर्जी जोर लगा लें, हम एक इंच भी जमीन नहीं लेने देंगे। ये लोग पंजाब को लूटने आए हैं। इन्हें पता लग गया है कि इनकी सरकार का डेढ़ साल ही बचा है, इसलिए ये 25 से 30 हजार करोड़ रुपए इकट्ठा करने में लगे हुए हैं। 2. “जमीन और किसान का रिश्ता नहीं पता” पंजाब की जमीन और किसान का रिश्ता क्या है, यह इन्हें पता ही नहीं है। इन्हें यह भी नहीं पता कि पंजाब के लोग क्या चाहते हैं। यह लैंड पूलिंग स्कीम असल में लैंड ग्रैबिंग स्कीम है। जब हमने एयरपोर्ट के लिए जमीन ली थी, तब उसका रेट 40 से 50 लाख रुपए प्रति एकड़ था, लेकिन हमने किसानों को 1 करोड़ 74 लाख रुपए प्रति एकड़ दिया। यह अकाली दल की देन है कि आज न्यू चंडीगढ़ में जमीनों के रेट 20 से 40 करोड़ रुपए प्रति एकड़ तक पहुंच गए हैं। 3. अफसरों को तो यही पर रहना है
पूरे देश में एक कानून बन गया है कि किसी भी किसान की जमीन लेने से पहले असेसमेंट, पर्यावरण अध्ययन और सामाजिक प्रभाव का अध्ययन (Social Impact Study) जरूरी है। लेकिन इन्होंने 1995 का पुराना एक्ट लागू कर दिया है। ये लुटेरे तो भाग जाएंगे, लेकिन अफसरों को यहीं रहना है। कुछ अफसर मुख्य सचिव और कमिश्नर बनने की चाह में अपनी भूमिका भूल जाते हैं। हम सबकी जांच करवाएंगे।” 4. चीफ सेक्रेटरी साहब हिम्मत दिखाएं
सुखबीर ने कहा कि “मुख्यमंत्री खुद कहते हैं कि मुझसे ये स्कीम साइन मत करवाओ, मैं फंस जाऊंगा। अब इन्होंने एक कमेटी बनाई, जिसका प्रमुख चीफ सेक्रेटरी को बना दिया और उसके साथ दिल्ली से चार लोग लगा दिए। अनुराग कुंडू, शौकत राय, विभव माहेश्वरी और सीमा बंसल। मैं इन चारों से कहना चाहता हूं कि आज पंजाब पुलिस के जवान आपको सैल्यूट मारते हैं, लेकिन डेढ़ साल बाद अकाली दल की सरकार बनने पर उन्हें अकालियों को सैल्यूट करना होगा। फिर कुंडू साहब, आप कहां भागेंगे? चीफ सेक्रेटरी साहब, हिम्मत दिखाइए—साइन करना बंद कर दीजिए। 5. दिल्ली वाली पार्टियों ने पंजाब का शोषण किया दिल्ली से जितनी भी पार्टियां आई हैं, उन्होंने पंजाब का शोषण ही किया है। पहले कांग्रेस आई थी, अब साझेदारी करने वाले आ गए हैं। इन्हें पंजाबियों से कोई दर्द नहीं है। शिरोमणि अकाली दल ही एकमात्र पार्टी है, जिसे लोगों की परवाह है। अकाली दल सिर्फ सुखबीर बादल की जागीर नहीं है, इसे हमारे बुजुर्गों ने अपनी शहादत देकर बचाया है। पंजाब के किसी भी कोने में चले जाओ- चाहे अस्पताल हों, फ्लाईओवर, सड़कें या यूनिवर्सिटी सब कुछ अकाली दल ने ही बनाया है। लेकिन दुख इस बात का है कि कुछ लोग इन ठगों की बातों में आकर अपनी पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। 6. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर तंज पिछले 5 साल में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ नहीं किया, और अब ये लोग भी कुछ नहीं कर रहे हैं। मैं पंजाबियों से निवेदन करता हूं कि अब दोबारा कोई गलती न करें। इन नए-नए ठगों के बहकावे में न आएं। पंजाब और पंजाबियत को बचाना है।”आग्रह करते हुए कहा:”लैंड पूलिंग के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम हर इलाके में जाएंगे और पंजाबियों को एकजुट करके एक तूफान खड़ा करेंगे। दिल्ली के ये ठग अब पंजाब की जमीन छीनने लगे हैं, लेकिन कोई ऐसा काम न करें जिससे पंजाब को नुकसान हो।” “मैंने जो भी कहा, वह करके दिखाया है—चाहे वो बिजली वाली सड़कें हों या सीमेंट और सरिए की सड़कें। मैंने पानी वाली बस चलाने की बात कही थी, और वह भी चलाई थी।” पंजाबी नाक पर मक्खी नहीं बैठने देते, यह तो जमीन है डेराबस्सी के पूर्व विधायक एनके शर्मा ने कहा कि प्रधान सुखबीर बादल की सेहत खराब हो गई। हालांकि वह दवाई लेकर 5 मिनट में आ रहे हैं। प्रधान जी ज्यादा स्टेज पर नहीं बैठेंगे। शर्मा ने कहा कि पुडा के साथ ही दिल्ली वालों का गेस्ट हाउस है। हम उन्हें बताने आए हैं कि हम पंजाब की एक भी इंच जमीन दिल्ली के लुटेरों को छीनने नहीं देंगे। पंजाबी तो गुस्से में अपने नाक पर मक्खी नहीं बैठने देते हैं। यह तो जमीन है। इन्होंने 64 हजार एकड़ जमीन पर नजर रखी है। जब इन्होंने नोटिफिकेशन जारी की थी। उसी दिन आदेश जारी कर दिए थे कि अब उस जमीन पर कोई निर्माण नहीं होगा। अगर किसान जमीन नहीं देंगे तो हम धक्के से जमीन लेंगे। हम मोहाली में बैठे हैं। मोहाली वालों ने तो पहले ही संताप झेला है। जिस एक्ट से अब जमीन एक्वायर करने जा रहे हैं। उसी 1995 एक्ट से जमीन लेने जा रहे है। यह कोशिश कांग्रेस ने भी की थी। उस समय किसानों को 8 लाख रुपए एकड़ रेट दिया था। लोगों ने 5 साल धरना लगाया है और जमीन एक्वायर नहीं होने दी। इसके बाद प्रकाश सिंह बादल की सरकार बनी और 840 एकड़ जमीन डी नोटिफाई कर किसानों को दी। आज 20 से 40 करोड़ रुपए किला बिक रहा है। यह फ्री में जमीन एक्वायर करने आए हैं। जो इन्होंने फॉर्मूला लगाना है। वह दिल्ली और नोएडा में लगा है। वहीं, दिल्ली के लीडर पंजाब के अंदर डीलर लेकर आएंगे। आपकी जमीन लेकर उन्हें देंगे। इन्हें हम जमीन नहीं देंगे। जब तक जमीन नोटिफाई नहीं होती है, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। 14 साल पहले जमीन एक्वायर हुई, अभी तक नहीं मिले प्लॉट किसान यूनियन लखोवाल के दर्शन सिंह ने नेता बताया कि हमारे गांवों की चौदह साल पहले लैंड पूलिंग में आई थी। अभी तक हमें ओस्टी कैटेगरी के प्लॉट नहीं मिले है। वहीं, जो इन्होंने एलआईआई जारी की गई थी। उसे बाद में नहीं माना गया। उन्होंने कहा कि अब नई लैंड पूलिंग पाई है। कह रहे है कि 1600 वर्ग गज तक का प्लॉट देंगे। उसमें क्या किसान खेती कर लेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक यह पॉलिसी रद नहीं की जाती है, तब तक यह प्रदर्शन चलेगा। किसानों और मजूदरों के साथ पार्टी खड़ी “हम किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं”- अकाली दल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा है: ‘लैंड ग्रैबिंग स्कीम’ के खिलाफ सुखबीर सिंह बादल जी के नेतृत्व में पंजाबवासियों को एकजुट करने के लिए 28 जुलाई 2025, सुबह 10 बजे पुडा दफ्तर के बाहर प्रदर्शन में शामिल हों। शिरोमणि अकाली दल शुरू से ही पंजाब की किसानी और मजदूरों के हकों की लड़ाई लड़ता आया है। अब भी हम केजरीवाल और उसकी सरकार की धक्केशाही के खिलाफ किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।